टाइपिंग नहीं कर पाने के कारण 10 कर्मचारियों को हटाया गया: MP employee news

मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला: कंप्यूटर टाइपिंग में अक्षम कर्मचारियों को किया बर्खास्त

मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला: कंप्यूटर टाइपिंग में अक्षम कर्मचारियों को किया बर्खास्त

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उन कर्मचारियों को बर्खास्त किया है जो निर्धारित समय सीमा में कंप्यूटर टाइपिंग की योग्यता प्राप्त करने में असमर्थ रहे। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के 10 कर्मचारियों को इस आधार पर हटा दिया गया है कि वे कंप्यूटर टाइपिंग दक्षता प्रमाणपत्र (सीपीसीटी) हासिल नहीं कर पाए।

सरकार का नियम और बर्खास्तगी का कारण

सरकार के नियमानुसार, कर्मचारियों को नियुक्ति के बाद एक निश्चित अवधि के भीतर कंप्यूटर टाइपिंग का प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक है। लेकिन पीएचई के इन कर्मचारियों को यह दक्षता हासिल करने में असफलता के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। विभाग के मुख्य अभियंता द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि इन कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से बर्खास्त किया जाएगा।

अनुकंपा नियुक्ति वाले कर्मचारी भी प्रभावित

यह कार्रवाई अनुकंपा नियुक्ति वाले कर्मचारियों पर लागू हुई है, जिन्हें पहले से ही सेवा में कुछ विशेष रियायतें मिल रही थीं। आदेश के अनुसार, इन कर्मचारियों को 48 घंटों के भीतर अपने पद से मुक्त होना होगा।

कर्मचारियों और संगठनों की प्रतिक्रिया

हालांकि, इस फैसले के खिलाफ कर्मचारियों और उनके संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है। वे इस कदम को अवैध और गैर-न्यायिक बता रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें पर्याप्त समय और संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए, जिससे वे टाइपिंग दक्षता प्राप्त कर सकें।

तकनीकी योग्यता का बढ़ता महत्व

सरकार की इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि प्रदेश में अब सरकारी सेवाओं में आधुनिक तकनीकी योग्यता का महत्व बढ़ रहा है, और कर्मचारियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे नई तकनीकियों के अनुरूप खुद को ढालें। वहीं, इस फैसले से कर्मचारियों के भविष्य पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी तकनीकी दक्षता सीमित है।